आप की जानकारी के लिए बता दें कि J&k ( जम्मू ) में बिना हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट (एचएसआरपी) के वाहनों को जब्त किए जाने के आदेश के बाद लोग आरटीओ आफिस में नंबर प्लेट लगवाने के लिए पहुंचने लगे हैं।
वाहन जब्त होने की कार्रवाई शुरू होने के बाद आरटीओ कार्यालय में लोगों की संख्या पांच गुना बढ़ गई। बता दें कि सिटी में नंबर प्लेट लगवाने वालों की संख्या उतनी नहीं है जितनी जिला के ग्रामीण एरिया से आ रही है।
यही कारण है कि पहले अप्लाई करने के तीन दिन बाद लोग आसानी से अपने वाहन पर एचएसआरपी लगवा लेते थे, लेकिन अब नंबर प्लेट लगवाने के लिए लोगों को करीब 20 दिन बाद की अपाइंटमेंट मिल रही है।
बता दें जम्मू कश्मीर ट्रैफिक पुलिस द्वारा बीते पांच दिनों में बिना एचएसआरपी के २०० से अधिक वाहन जब्त कर लिए गए हैं। इतना ही नहीं इस से संबंधी J&k पुलिस द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए माधोपुर नाके पर बोर्ड भी लगाया गया है।
J&k के प्रवेश द्वार लखनपुर तथा अटल सेतु नाका पर की जा रही सख्ती के बाद आस-पास के लोगों को जम्मू आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पठानकोट के आस-पास के क्षेत्र के लोगो को रोजाना अपने छोटे वाहन जैसे स्कूटर, मोटरसाइकिल से काम के लिए जम्मू आना-जाना पड़ता है।
ऐसे में लोगों के वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं होने पर उनको लखनपुर सीमा में प्रवेश करते ही जम्मू-कश्मीर ट्रैफिक पुलिस द्वारा जब्त कर लेने का डर सता रहा है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन की मानें तो हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट का फैसला सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है।
इसी महीने श्री अमरनाथ यात्रा शुरू हो रही है। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन की ओर से फैसला लिया गया है। २०१४ से २०१९ तक बंद रहा एएचएसआरपी का अधिकारी अनुराग वाही ने कहा कि २०१४ से २०१९ तक एचएसआरपी लगाने का काम रुक गया था, जिसके चलते इस अवधि में आए वाहनों पर एचएसआरपी लगाने का काम नहीं हो पाया।
हालांकि, इस अवधि में आए ६० प्रतिशत से अधिक वाहन चालकों ने एचएसआरपी लगवा ली हुई है। अन्य लोगो ने इसे लगवाना जरूरी नहीं समझा। अब J&K सरकार ने सख्ती की है तो नंबर प्लेट लगवाने के काम में पांच गुणा इज़ाफा हुआ है। लंबित वाहनों के मामले में ग्रामीण एरिया से ज्यादा लोग हैं।
लोग बोले, वाहन जब्त कराने से बेहतर है कि २०० रुपये खर्च लें।
बिलावर के रंजीत सिंह, लखनपुर के कर्मी बिट्टू कचोत्रा, मुटठी निवासी प्रेम पाल ने बताया कि वह पठानकोट में काम करते हैं। उनके वाहनों पर एचएसआरपी नहीं है।
दो दिन पहले उनके दोस्त पठानकोट से घर जा रहे थे कि J&K पुलिस ने उनके वाहन को जब्त कर लिया। दोस्तों ने फोन करके कहा कि आप बिना एचएसआरपी के मत आना वरना गाड़ी बाउंड हो जाएगी।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए वह एचएसआरपी का बुकिंग करवाने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि एचएसआरपी की स्लिप दिखाकर वह अब अपने घर जा सकते हैं।
पांच दिन में एक हजार लोगों ने ली अपाइंटमेंट।
एचएसआरपी नंबर प्लेट बनाने वाली कंपनी के स्थानीय प्रतिनिधि पंकज ने बताया कि पहले औसतन दिन में ४०-५० के करीब ही बुकिग होती थी, लेकिन पिछले पांच दिनों में यह आंकड़ा प्रति दिन ३०० के पार हो गया है।
पहले अप्लाई होने के तीन से चार दिनों तक लोगों के वाहनों पर नंबर प्लेट लगा दिया जाता था, लेकिन अब २० दिन बाद की अपाइंटमेंट मिल रही है।
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