जम्मू : प्री मानसून की झमाझम बारिश जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सफर करने वाले यात्रियों के लिए मुश्किलें बनकर खड़ी हो गई हैं। साथ ही ऊधमपुर से बनिहाल के बीच राजमार्ग पर भूस्खलन और पहाड़ों से गिरते पत्थरों ने भी रास्ता जाम कर दिया है। तीन हजार से अधिक फंसे वाहनों में सवार लोगों की मदद के लिए प्रशासन ही नहीं, सेना भी आगे आई है।
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रामबन जिले में ही 500 से अधिक लोगों को विभिन्न यात्री शेड और स्कूलों में ठहराया गया है। जिस तरह से जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर जगह-जगह भूस्खलन व मलवा सड़कों पर आ गया है, उसे देखते हुए आज भी हाईवे खुलने के आसार कम है।
हालांकि मौसम साफ होते ही कर्मचारी मशीनों की मदद से मलवा व पत्थरों को हटाने में जुटे हुए हैं। प्रशासन का पूरा प्रयास है कि आज देर शाम ही सही परंतु किसी तरह हाईवे को वाहनों के लिए खोल दिया जाए ताकि हाईवे पर फंसे यात्रियों को निकाला जा सके।
इसके साथ ही वहीं, चिनैनी में यात्रियों की सिर्फ एक फोन काल पर सेना मदद के लिए पहुंच गई। प्रशासन ने नाशरी से बनिहाल के बीच 26 स्थानों पर हाईवे से मलबा हटाने का दावा किया है।
उधर, बड़गाम के गारीपोरा इलाके में नहर टूट गई। इससे पानी स्थानीय लोगों के घरों में घुस गया।
सोपोर और टंगडार में भी कई जगह नालों का पानी किनारों को तोड़ आबादी वाले इलाकों में घुस गया। कुलगाम जिले के वैश्यु और सुनमान दरिया किनारे डेरा डाले गुज्जर-बक्करवाल समुदाय के 24 परिवारों को पुलिस ने बचाया। इनके तंंबू बारिश में पूरी तरह नष्ट हो गए थे।
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